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केजरीवाल ने कोर्ट में जिस पिता-पुत्र का नाम लिया था, जाने वे इन दिनों क्या कर रहे हैं काम

सितंबर 2022 में श्रीनिवासुलु का नाम पहली बार इस मामले में सामने आया था, जब ईडी ने नेल्लोर, नई दिल्ली और चेन्नई में उनके स्वामित्व वाले कार्यालयों, परिसरों और संपत्तियों की तलाशी ली.

सांसद मंगनुटा श्रीनिवसुल्लु रेड्डी और उनके बेटे इस वक्त चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं.


नई दिल्लीः दिल्ली शराब घोटाला मामले में चार बार के सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और बेटे राघव मंगुटा रेड्डी इस वक्त चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. राघव के बयान के आधार पर ही ईडी ने सीएम अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ मामला तैयार किया है. ईडी का आरोप है कि बालाजी डिस्टिलरीज के मालिक पिता-पुत्र की जोड़ी उसी साउथ ग्रुप का हिस्सा है, जिसके लोगों ने आम आदमी पार्टी को रिश्वत दी और बदले में लिकर पॉलिसी स्कैम में अनुचित लाभ उठाया था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर 2022 में श्रीनिवासुलु का नाम पहली बार इस मामले में सामने आया था, जब ईडी ने नेल्लोर, नई दिल्ली और चेन्नई में उनके स्वामित्व वाले कार्यालयों, परिसरों और संपत्तियों की तलाशी ली. हालांकि, उन्हें इस मामले में कभी आरोपी नहीं बनाया गया. फरवरी 2023 में, राघव को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ईडी ने गिरफ्तार किया था. सीएम ने गुरुवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में कहा था, “फिर पिता टूट गए.” उन्होंने आरोप लगाया कि अपने बेटे की गिरफ्तारी के बाद श्रीनिवासुलु ने ईडी को दिया हुआ अपना पिछला बयान बदल दिया था.

अक्टूबर 2023 में, विशेष अदालत के न्यायाधीश एमके नागपाल ने राघव को मामले में सरकारी गवाह बनने की अनुमति दी. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि राघव के सात बयान दर्ज किए गए और छह उनके खिलाफ नहीं थे. उन्होंने कहा, ”सिर्फ एक बयान मेरे खिलाफ था. जैसे ही उन्होंने मेरे खिलाफ बयान दिया, उन्हें रिहा कर दिया गया.” बता दें कि मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और उनके बेटे राघव मगुंटा रेड्डी भाजपा सहयोगी तेलुगु देशम के लिए प्रचार में व्यस्त हैं. पार्टी (टीडीपी) को आंध्र प्रदेश के ओंगोल से टिकट मिलने की उम्मीद है.

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