UP Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस नेता आदर्श शास्त्री ने कहा है कि AAP वह पार्टी है जो निरंतर कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती रहती है, हमारे नेताओं के ऊपर आरोप लगाती रहती है.
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कांग्रेस नेता आदर्श शास्त्री ने दिया कुछ सवालों के जवाब |
Lok Sabha Election 2024: देश के पूर्वी प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के पोते और कांग्रेस नेता आदर्श शास्त्री ने एक इंटरव्यू के दौरान कई सवाल के जवाब दिए. इस दौरान उन्होंने आप-कांग्रेस गठबंधन, आम आदमी पार्टी, दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल, स्वाती मालीवाल के साथ सीएम आवास में हुई मारपीट, विभव कुमार सहित कई मुद्दों पर अपनी बात रखी.
सवाल :- आप आम आदमी पार्टी के विधायक रहे, जाहिर है आम आदमी पार्टी को करीब से जानते हैं, आपने जब पार्टी छोड़ी तो आपने कहा कि अरविंद केजरीवाल तानाशाह हैं, उन पर 10-20 करोड़ में टिकट बेचने के आरोप भी लगाए थे, कितनी सच्चाई थी इन आरोप में?
जवाब :- मैं अपनी एप्पल कंपनी की नौकरी छोड़ कर जब राजनीति में आया था तो उस समय अरविंद केजरीवाल ने एक वैकल्पिक राजनीति की बात कही थी, ऐसा लग रहा था कि वह सही मायने में ईमानदारी की बात कह रहे हैं, जो शायद उस समय के राजनीतिक माहौल में नहीं हुई थी. शास्त्री जी का पोता होने के नाते, ईमानदारी की बात करने वाले लोगों के बारे में जान कर मैं अपनी नौकरी छोड़ कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुआ. द्वारका विधानसभा से चुनाव लड़ा, विधायक रहा, मगर कुछ ही समय में मुझे घुटन होने लगी, महसूस होने लगा कि यह लोग जिस राजनीति और लोकतंत्र की बात करते हैं, वह पार्टी के अंदर ही नहीं है. पार्टी के अंदर लोकतंत्र नहीं है, अपनी बात रखने का मौका नहीं मिलता. अरविंद केजरीवाल की सोच और पार्टी की बातों में अंतर है. मैने भ्रष्टाचार को पांच सालों में बहुत करीब से देखा और आज पूरा देश देख रहा है. चाहे वह शराब घोटाला की बात करें, चाहे दिल्ली जल बोर्ड के घोटाले की बात करें. राज्यसभा से लेकर पार्षदों की टिकटों में पैसे देने की बात करें तो वह सब चीज मैने देखी और मुझे लगा कि जो मैं सोचकर आया था, वहां से तो बहुत दूर है. आम आदमी पार्टी में जो ईमानदारी की बात कही थी, अगर वह ईमानदारी की बात सही होती तो मेरे जैसे अनगिनत लोग जिन्होंने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की सोच पर विश्वास किया था, वह आज आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के साथ जुड़े होते.
सवाल :- जब आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन हो रहा था तो क्या आपने सुझाव नहीं दिया था कि यह गठबंधन कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकता है?
जवाब :- मुझे लगता है कि दिल्ली कांग्रेस में शायद ही कोई कार्यकर्ता होगा, जिसने आलाकमान के आगे यह बात नहीं रखी होगी कि आम आदमी पार्टी के साथ समझौता करने में कांग्रेस को कोई फायदा नहीं है. यह वह पार्टी है जो निरंतर कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाती रही है, हमारे नेताओं के ऊपर आरोप लगाती रही है. यह वह पार्टी है जिसने राहुल गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक के खिलाफ मोर्चा खोला था. साल 2014 और 2019 में आपने वही जगह ली, जो दिल्ली में कभी कांग्रेस की हुआ करती थी. मैं समझता हूं दिल्ली कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता एकमत थे कि यह समझौता नहीं होना चाहिए. मगर, राजनीतिक समस्या यह है कि एक बड़ी लड़ाई भाजपा और पीएम मोदी के खिलाफ नगर आ रही थी और ऐसा मुझे लगता है कि शायद उस लड़ाई के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने तय किया कि इस तरह की बड़ी लड़ाई के लिए समझौता करना पड़ेगा. मैं इस बात को दोहराना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी का कोई कार्यकर्ता इस समझौते के पक्ष में नहीं था.
सवाल :- कांग्रेस के नेता या कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी के साथ अलायंस के पक्ष में नहीं थे, क्या यही वजह है कि कांग्रेस के कई नेता पार्टी छोड़कर जा चुके हैं ?
जवाब :- कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने के पीछे क्या वजह रही होगी इस पर व्यक्तिगत टिप्पणी मै नही कर सकता हूं. लेकिन, यह जरूर कहूंगा कि कांग्रेस पार्टी के कठिनाई के समय में उन लोगों का छोड़कर जाना सही नहीं है. हालांकि, यह सच है कि आम आदमी पार्टी से कांग्रेस का हाथ मिलाना पार्टी को नुकसान पहुंचा रहा है. मैं यकीन से कह सकता हूं कि दिल्ली में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार भारी मतों से जीतेंगे.
सवाल :- कांग्रेस के तीन में से एक उम्मीदवार कन्हैया कुमार हैं. वह लेफ्ट से कांग्रेस में आए हैं, तो, क्या ऐसा मान लिया जाए कि कांग्रेस ने अपनी पर भरोसा नहीं जताया?
जवाब :- ऐसा नहीं है, कन्हैया कुमार बड़े छात्र नेता रहे हैं और बहुत मजबूती से कांग्रेस की लोकतंत्र की लड़ाई और देश को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. मुझे बहुत गर्व है कि कन्हैया जैसे व्यक्ति को पार्टी ने दिल्ली में उतारा है. उदित राज की मैं बात करूं तो वह लंबे अरसे से पिछड़ा वर्ग की लड़ाई लड़ते आए हैं. मुझे ऐसा लगता है कि भाजपा में इनको इज्जत और सम्मान नहीं मिला, जिससे व्यथित होकर वह कांग्रेस में आ गए, ऐसे में कांग्रेस पार्टी के जितने भी उम्मीदवार है, सब मजबूत हैं. जेपी अग्रवाल लंबे अरसे से कांग्रेस की सेवा में रहे हैं और मैं समझता हूं चांदनी चौक से बहुत भारी मतों से विजई होंगे.
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